Mehndi ki raat aai, mehndi ki raat
मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात देखे कोई किसी लड़की के हाथ ख़ुशियाँ भरे, अरमानों भरे, मेहंदी तले कईं सपनों को सब सेय छुपाये होवे, शरमाये होवे मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात। मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात। हम भी गए इक महफ़िल, रंगोन भरे हमारी महफ़िल में ख़ुशबो तेरे हातौं में, जादू था चेहरे पे अनखौं में था इक नशा हो आँखों में था इक नशा हमने तो ऐसा नजारा कभी कहीं देखा ना था कभी सोचा ना था. मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात। हम भी मिले एक खुशबू से, बातें होवें एक जादू से बातों में बात बड़ी जाने कब रात ढली डोनो मेहुक ने लागे हा, डोनो मेहुक ने लागे ढोलक का शोर रहा सरकोशियों को डूबाए होवे सब चुहपाये होवे। मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात देखे कोई किसी लड़की के हाथ मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात मेहंदी की रात आई, मेहंदी की रात देखे कोई किसी लड़की के हाथ Mehndi ki raat aayee, mehndi ki raat Mehndi ki raat aayee, mehndi ki raat Dekhey koi kisi larkhi ke haath Khushioun bharey, armanon...